चाणक्य जी की 15 ऐसी बातें जो आपका जीवन बदल देगी

"अविद्याया अमृतमुत्र।" "अज्ञानता ही मृत्यु है।" 

No. 15

No. 15

"आचार्य के बिना ज्ञान नहीं।"  "शिक्षक के बिना शिक्षा नहीं मिलती।"

"आचार्य के बिना ज्ञान नहीं।"  "शिक्षक के बिना शिक्षा नहीं मिलती।"

No. 14

"विद्या सर्वोत्तम धन है।"  "ज्ञान ही सबसे बड़ी धन है।"

"विद्या सर्वोत्तम धन है।"  "ज्ञान ही सबसे बड़ी धन है।"

No. 13

No.12

"शुभस्नेह विवेककारी होता है, वही धन्य होता है।"  "उत्तम मित्रता वाला ही विवेकी होता है, वह ही समृद्ध होता है।"

"शुभस्नेह विवेककारी होता है, वही धन्य होता है।"  "उत्तम मित्रता वाला ही विवेकी होता है, वह ही समृद्ध होता है।"

No.11

1. "प्रेम और द्वेष से शत्रु को भला बना देना चाहिए।"  "प्रेम और नफ़रत से शत्रु को मित्र बना देना चाहिए।"

1. "प्रेम और द्वेष से शत्रु को भला बना देना चाहिए।"  "प्रेम और नफ़रत से शत्रु को मित्र बना देना चाहिए।"

No. 10

"धन्य हैं वह लोग जो धैर्य और संतोष से जीते हैं।"  "वे लोग सुखी होते हैं, जो संतोषपूर्वक और धैर्यपूर्वक जीते हैं।"

"धन्य हैं वह लोग जो धैर्य और संतोष से जीते हैं।"  "वे लोग सुखी होते हैं, जो संतोषपूर्वक और धैर्यपूर्वक जीते हैं।"

No. 9

"कोई भी बड़ा विजयी उसे पाने के लिए अपने आप को जबरदस्ती करने वाले नहीं होते।"  "हर महान विजयी कभी भी अपने आप को जबरदस्ती नहीं करता।"

"कोई भी बड़ा विजयी उसे पाने के लिए अपने आप को जबरदस्ती करने वाले नहीं होते।"  "हर महान विजयी कभी भी अपने आप को जबरदस्ती नहीं करता।"

No.8

"संघर्ष के बिना कोई भी अच्छा काम सम्पन्न नहीं होता।" "कोई भी श्रेष्ठ काम बिना मेहनत के संपन्न नहीं होता।"

"संघर्ष के बिना कोई भी अच्छा काम सम्पन्न नहीं होता।" "कोई भी श्रेष्ठ काम बिना मेहनत के संपन्न नहीं होता।"

No.7

"कठिनाइयों को पार करने वाले ही जीत के पात्र होते हैं।" "मुश्किलें से निपटने वाले ही वास्तव में विजयी होते हैं।"

"कठिनाइयों को पार करने वाले ही जीत के पात्र होते हैं।" "मुश्किलें से निपटने वाले ही वास्तव में विजयी होते हैं।"

No.6

"शिक्षा को हँसी-मज़ाक में नहीं लिया जाता, वह एक अत्यधिक मूल्यवान धन है।"  "शिक्षा का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए, वह बहुत ही मूल्यवान धन है।"

"शिक्षा को हँसी-मज़ाक में नहीं लिया जाता, वह एक अत्यधिक मूल्यवान धन है।"  "शिक्षा का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए, वह बहुत ही मूल्यवान धन है।"

No.5

"जीवन में शिक्षा कभी भी समाप्त नहीं होती।" "जीवनभर शिक्षा लेना चाहिए, क्योंकि शिक्षा कभी समाप्त नहीं होती।"

"जीवन में शिक्षा कभी भी समाप्त नहीं होती।" "जीवनभर शिक्षा लेना चाहिए, क्योंकि शिक्षा कभी समाप्त नहीं होती।"

No.4

"साहस से कोई भी कार्य संपन्न होता है।" "हर काम में साहस और उत्साह चाहिए।"

"साहस से कोई भी कार्य संपन्न होता है।" "हर काम में साहस और उत्साह चाहिए।"

No.3

"कठिनाई उस इंसान को बड़ा बना देती है, जो उन्हें पार करता है।" "मुश्किलें उसको सामर्थ्यपूर्वक बना देती हैं, जो उन्हें पार कर लेता है।"

"कठिनाई उस इंसान को बड़ा बना देती है, जो उन्हें पार करता है।" "मुश्किलें उसको सामर्थ्यपूर्वक बना देती हैं, जो उन्हें पार कर लेता है।"

No.2

"प्रेम अच्छा है, परन्तु प्रतिशोध की आग में जलना भी अच्छा है।" "प्रेम अच्छा है, लेकिन जलने की आग में प्रतिशोध लेना भी अच्छा है।"

"प्रेम अच्छा है, परन्तु प्रतिशोध की आग में जलना भी अच्छा है।" "प्रेम अच्छा है, लेकिन जलने की आग में प्रतिशोध लेना भी अच्छा है।"

No.1

"जो कोई अपने अन्तःकरण को नियंत्रित नहीं करता, वह कभी सफल नहीं होता।"

"जो कोई अपने अन्तःकरण को नियंत्रित नहीं करता, वह कभी सफल नहीं होता।"